अफगानिस्तान शांति वार्ता और भारत | India at the Afghan talks table
राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश देशांतर के इस अंक में आज बात अफगानिस्तान शांति वार्ता और भारत की. भारत आखिरकार अफगानिस्तान शांति समिति में शामिल हो गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को एक पत्र लिखकर संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में शांति वार्ता आयोजित करने का अनुरोध किया है। जिसमें भारत समेत सभी छह देशों को शामिल करने की बात कही है जिसमें रूस, चीन, पाकिस्तान, ईरान, भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने की बात कही गई है.. इससे पहले रूस ने अफगानिस्तान में शांति के लिए तैयार किए जा रहे रोडमैप पर फैसला लेने वाले 6 देशों की सूची में भारत के शामिल होने का समर्थन नही किया था। भारत चाहता है कि अफगानिस्तान के मसले पर उसे भी फैसला लेने का अधिकार मिले क्योंकि भारत सरकार के कई अरबों रुपये के कई प्रोजेक्ट अफगानिस्तान में चल रहे हैं साथ ही अफगानिस्तान सरकार और भारत सरकार के बीच काफी अच्छे संबंध हैं। जबकि पाकिस्तान अफगानिस्तान के मसले पर भारत के ग्रुप में शामिल होने का विरोध कर रहा था .. अफगानिस्तान मुद्दे पर भारत की ये एक बड़ी डिप्लोमेटिक जीत मानी जा रही है। अफगानिस्तान पीस प्रोसेस का हिस्सा बनने के बाद भारत को उम्मीद है कि वो टेरेरिज्म, महिलाओं के अधिकार, अफगानिस्तान में होने वाली हिंसा, लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर नियम तय करने में अहम भूमिका निभाने का मौका मिलेगा…. तो आज बात इन्ही मुद्दों की.