कोरोना दौर : जीवन और जीविका की चुनौतियां | Saving Lives and Livelihoods
राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश देशांतर के इस अंक में आज बात कोरोना दौर : जीवन और जीविका की चुनौतियां की. देश और पूरी दुनिया कोविड 19 महामारी के एक बड़े संकट से गुजर रही है, देश में कोविड-19 संक्रमण का आंकड़ा हर दिन अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहा है और हर दिन 2 लाख से ज्यादा लोग कोविड से संक्रमित हो रहे हैं, दूसरी लहर में नये वेरियंट का संक्रमण पहले से ज्यादा घातक और तेज है. देश में 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, 1 मई से 18 साल से ऊपर को लोगों को वैक्सीन लगनी शुरू होगी, निस्संदेह कोविड के कारण देश के सामने फिर से स्वास्थ्य, रोजगार और आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियां खड़ी हो गई है. इस बीच मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से देश की अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान से बचने के लिए कारोबारियों से सुझाव मांगे हैं. पिछले कुछ अरसे के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था ने सामान्य होकर गति पकड़ना शुरू ही किया था कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहले दौर से कहीं ज्यादा कहर बरपा रही है। वैसे तो देश में कोरोना के 80 प्रतिशत नए मामले 10 राज्यों में सिमटे हुए हैं, लेकिन संक्रमण का असर पूरे देश पर है. ऐसे में, जीवन और जीविका को लेकर कई अहम सवाल है, कई चुनौतियां है और कई चिंताएं भी, देश – देशांतर में आज हम अपने खास मेहमानों से इन मुद्दों पर बात करेंगे, साथ ही उन पहलों और उन योजनाओं पर भी बात करेंगे जो संकट के इस दौर से निपटने के लिए उठाये गये हैं और आपदा के इस माहौल में उन अवसरों को भी तलाशने की भी कोशिश करेंगे जो निराशा में भी आशा की रोशनी जगा रही हैं..तो बात इन्हीं मुद्दों की.