तेजस – आत्मनिर्भर भारत की उड़ान | Tejas Boost For Self Reliance
राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश देशांतर के इस अंक में आज बात तेजस : आत्मनिर्भर भारत की उड़ान की। भारत रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को लेकर बड़े कदम बढ़ा रहा है। भारत सरकार ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम को मजबूती देते हुए 83 तेजस लड़ाकू विमान खरीदने का करार किया है। हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानि HAL से खरीदे जाने वाले ये लड़ाकू विमान कॉन्ट्रैक्ट साइन होने के तीन साल के भीतर ही वायुसेना को सौंप दिए जाएंगे। 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडल की समिति ने घरेलू रक्षा खरीद के तहत करीब 48,000 करोड़ रुपए की लागत से 83 तेजस विमान खरीदने को मंजूरी दी. ये कदम भारतीय रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिहाज से काफी बड़ा कदम माना जा रहा है। इसके तहत 73 हल्के लड़ाकू विमान एलसीए तेजस एमके1ए विमान और 10 तेजस एमके1 प्रशिक्षण विमान शामिल हैं। इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा कि इस फैसले से हमारे सशस्त्र बलों की क्षमताओं में सुधार होगा, स्वदेशी रक्षा उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती मिलेगी। देश देशांतर में आज विश्लेषण करेंगे कि कैसे तेजस के जरिए आत्मनिर्भर भारत की उड़ान और उंची होगी और इसकी खासियतों की चलते वायुसेना की ताकत में कितना इजाफा होगा…. तो आज बात इन्हीं मुद्दों की.