राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश-देशांतर के आज के अंक में बात पर्यावरण और भारत की. आज यानि 5 जून को दुनियाभर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है, आज के दौर में जब प्रदूषण का बढ़ता स्तर पर्यावरण के साथ ही इंसानों के लिए खतरा बनता जा रहा है। कई जीव-जन्तू विलुप्त हो रहे हैं। वहीं इंसान कई तरह की गंभीर बिमारियों का शिकार हो रहे हैं। जलवायु परिवर्तन की समस्या लगातार भयावह बन रही है। हमें यह समझने की जरूरत है कि हर तरह के प्रदूषण को कम से कम करने, पेड़ लगाने या पारिस्थितिक तंत्र को बहाल करने के लिए हमें पहले प्रकृति और समाज और विकास के साथ अपने संबंधों को बहाल करना होगा। तभी हम आने वाले कल को बेहतर बना पाऐंगे। इस साल विश्व पर्यावरण दिवस का विषय ecosystem restoration यानि पारिस्थितिकी तंत्र की मरम्मत है। पर्यावरण दिवस के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कहा क्लाइमेट चेंज की वजह से जो चुनौतियां सामने आ रही हैं, भारत उनके प्रति जागरूक भी है और सक्रियता से काम भी कर रहा है।उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने विश्व पर्यावरण दिवस पर अपने संदेश में कहा है कि वैश्विक पर्यावरण के संरक्षण के लिए देश महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और प्रदूषण को कम करने कि दिशा में ज्यादा से ज्यादा स्वच्छ अक्षय उर्जा अपनाने के उपाय कर रहा है। इसके साथ ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक लेख में ग्रीनर फॉरेन पॉलिसी की ओर भारत के तेजी से बढ़ते कदमों का जिक्र किया है। देश देशांतर में आज हम विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पर्यावरण संरक्षण को लेकर दुनिया के सामने खड़ी चुनौतियों और इस दिसा में भारत के प्रयासों पर चर्चा करेंगे.