राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश देशांतर के इस अंक में आज बात महामारियों पर वैश्विक संधि की ज़रूरत ? की. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि डब्ल्यूएचओ की 74वीं वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में सोमवार से दुनियाभर के प्रमुख नाम मंथन कर रहें हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के तहत महामारियों के बारे में वैश्विक संधि यानि New Pandemic Treaty का प्रस्ताव आया है। डब्ल्यूएचओ के तहत महामारियों के बारे में वैश्विक संधि करने के प्रस्ताव पर अमेरिका और रूस के साथ अब तक दो दर्जन देशों का समर्थन मिल चुका है। इनमें ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया शामिल हैँ। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस भी प्रस्तावित संधि के विचार से सहमत हैं। इस संधि के तहत अभी जो प्रस्ताव सामने है उसके तहत भविष्य की महामारियों के लिए दुनिया को तैयार रखने के लिए वैश्विक सहयोग की जमीन तैयार की जानी चाहिए। और अब महामारी को जलवायु परिवर्तन और परमाणु निरस्त्रीकरण जितनी अहमियत देकर दुनिया के सभी देशों को सहयोग के लिए आगे आना चाहिए। महामारियों पर वैश्विक संधि का विचार सबसे पहले यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रखा था। वर्ल्ड हेल्थ असेंबली 24 मई से शुरू हुई है जो 1 जून तक चलनी है। देश देशांतर में आज हम वैश्विक महामारियों पर अंतरराष्ट्रीय संधि के प्रस्ताव और इसकी जरूरत और प्रभाव से जुड़े तमाम पहलुओं का विश्लेषण करेंगे।