राष्ट्र निर्माण और निजी क्षेत्र की भूमिका | Private Sector’s Role In Development
राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश देशांतर के इस अंक में आज बात राष्ट्र निर्माण और निजी क्षेत्र की भूमिका की. प्रधानमंत्री ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र जरूरी है लेकिन साथ ही निजी क्षेत्र की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। निजी उपक्रमों की वकालत करते हुए मोदी ने कहा था कि भारत की युवा आबादी की क्षमता पर भरोसा रखना चाहिए और हर किसी को अवसर मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री ने दूरसंचार और दवा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में आज निजी क्षेत्र की सुदृढ़ रूप से मौजूदगी है। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को मदद मिली है, आज एक गरीब व्यक्ति भी स्मार्टफोन उपयोग कर रहा है और मोबाइल पर बात करने का खर्चा बहुत कम है तथा इसका कारण प्रतिस्पर्धा है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत को राष्ट्रीय प्रगति और दुनिया में देश की छवि को बेहतर बनाने में निजी क्षेत्र की भूमिका पर गर्व है. भारत की विकास यात्रा में जो भूमिका निजी क्षेत्र की वो किस तरह से नजर आती हैं, देश में युवाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए जरूरी है जो प्राइवेट क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं… तो बात आज इन्हीं ख़ास मुद्दों की.