राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश-देशांतर के आज के अंक में बात विकास और मुद्रास्फीति की. सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए। आंकड़े कह रहे है कि मई, 2020 की -3.37 फीसदी की तुलना में मई, 2021 में मुद्रास्फीति की वार्षिक दर 12.94 % रही है। वहीं मई में Retail Inflation यानि खुदरा महंगाई बढ़कर 6.3 फीसदी पर पहुंच गई है। यह पिछले छह महीने में खुदरा महंगाई की सबसे ज्यादा दर है। सरकार की तरफ से हफ्ते की शुरुआत में Retail Inflation के आंकड़े जारी किए गए। मई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानि Consumer Price Index में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. अप्रैल में यह वृद्धि 4.2 प्रतिशत दर्ज की गई थी. Consumer Price Index से खुदरा महंगाई दर में बदलाव का पता चलता है। खुदरा महंगाई बढ़ने में सबसे ज्यादा हाथ खाने की चीजो और एनर्जी प्रोडक्ट की कीमतों में आई तेजी का रहा। मई में फूड इनफ्लेशन 5.01 फीसदी पर पहुंच गया। अप्रैल में यह 1.96 फीसदी था। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने मार्च 2026 तक खुदरा महंगाई (Retail Inflation) दर के लिए 4 फीसदी का लक्ष्य रखा है। इस बीच आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की जून की शुरुआत में हुई बैठक की खास बातों के बारे में बताया और कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए हर क्षेत्र को मदद दी जाएगी। एमपीसी मिनट्स में उन्होने बताया कि आर्थिक सुधार के लिए राजकोषीय, मौद्रिक और क्षेत्रवार मदद की जरूरत है… तो बात आज इन्हीं मुद्दों की।