स्वास्थ्य सेवाएं – निवेश बढ़ाने की जरूरत | Focus on Healthcare Sector
राज्य सभा टीवी के ख़ास प्रोग्राम देश देशांतर के इस अंक में आज बात स्वास्थ्य सेवाएं : निवेश बढ़ाने की जरूरत की. आर्थिक सर्वेक्षण में स्वास्थ्य सेवाएं को लेकर क्या इशारा किया गया हैं, आर्थिक सर्वे में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है. सर्वे में लॉकडाउन, कोरोना के मामलों और इससे होने वाली मौतों के बीच के संबध पर भी प्रकाश डाला गया है. आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि कोरोना की महामारी ने हमें सिखाया है कि कैसे स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या आर्थिक और सामाजिक समस्या का रूप ले सकती है. मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने सर्वे में कहा है कि हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा होना चाहिए जो महामारी की स्थिति में लड़खड़ाए नहीं. ऐसे में, नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) को जारी रखने की वकालत की है. सुब्रमण्यन ने कहा है कि हेल्थकेयर सेक्टर की निगरानी के लिए एक रेगुलेटर बनाने की जरूरत है. सर्वे में कहा गया है कि कोरोना की महामारी आने पर पता चला कि देश का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर किस स्थिति में है. इस महामारी ने यह महामारी को फैलने से रोकने और उससे निपटने में स्वास्थ्य कर्मियों की अहमियत उजागर कर दी. देश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होने से स्वास्थ्य आपदा की स्थिति में काफी मदद मिलेगी. ऐसे में, स्वास्थ्य सेक्टर में किस तरीके से खर्च करने की जरूरत है…. तो आज बात इन्हीं मुद्दों की.