HOSPITAL MANAGEMENT TO TACKLE 2ND WAVE / कोरोना की दूसरी लहर और अस्पताल प्रबंधन
देश में इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने की रफ्तार गंभीर बनी हुई है। भारत में दूसरी लहर के लौटने और इतने प्रचंड रूप लेने के पीछे कोरोना का नया स्ट्रेन और डबल म्यूटेंट वायरस जिम्मेदार माना जा रहा है। इसके अलावा यूके, ब्राजील और साउथ अफ्रीकन स्ट्रेन भी संक्रमण के तेज होने के पीछे प्रमुख फैक्टर हैं। इस नई लहर में युवा आबादी, बच्चों में संक्रमण के केस ज्यादा पाए जा रहे हैं। अप्रैल की शुरुआत से ही महामारी का दौर ऐसा लौटा कि पिछली लहर को काफी पीछे छोड़ गया। हर रोज़ अब 2.5 लाख से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं। इन सबके बीच संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर कैसे लगाम लगाई जाए और स्थिति औऱ और भयावह होने से कैसे रोका जाए ये सभी के लिए ये बड़ा सवाल बना हुआ है। देश में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों के 78 प्रतिशत से ज्यादा मामले 10 राज्यों में सामने आए हैं। ये 10 राज्य – महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ हैं। कोरोना संक्रमित इनमें से ज्यादातर राज्यों में अस्पताल कोविड मरीजों से भरे हुए हैं। वहीं घरों या कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किए जिन मरीजों की हालत गंभीर हो रही है उन्हें कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटर और आक्सीजन बेड तो दूर, सामान्य बिस्तर तक मिलने में दिक्कत हो रही है। कई जरूरी दवाओं की कमी की खबरें आ रही है। इतनी बड़ी संख्या में रोजाना आ रहे मरीजों के लिए जरूरी इलाज मुहैया कराना बहुत बड़ी चुनौती है।